Tuesday 16 February 2016

आज की राजनीति

देश की सभी राजनीतिक पार्टी सिर्फ एक पार्टी बीजेपी पर ही आरोप प्रत्यारोप मढ रही है बीजेपी की सरकार देश में एक साल से है उस पर हर तरह से आरोप अन्‍य पार्टिया लगा रही है क्‍या कोई भी जो करवाया जा रहा है अपने शासन काल में अपने को ही बदनाम करने के लिए करवा सकता है आज से पहले जब भी कोई देश द्रोह की गति विधि देश में होती थी तो कहा जाता था कि पाकिस्‍तान करवा रहा है लेकिन आज जो कुछ भी गति विधि होती है तो सारी पार्टी एक होकर ये क्‍यों कहती है कि बीजेपी करवा रही है क्‍या सारी पार्टी बीजेपी से इतनी दहशत में है कि उस पर आरोप लगाकर जनता की सहानुभूति बटोरने के लिए कुछ भी करवा सकती है । जनता आज सब जानती है । सबकों पता कि जवाहर लाल यूनिवर्सीटी  कांग्रेस का गढ है वहा जो कुछ हुआ वों कांग्रेस की सोची समझी चाल है । लेकिन आप पार्टी ने भी बिना कुछ सोचे समझे बहती गंगा में हाथ धोने सोचे है  और केन्‍द्रसरकार पर आरोप जड दिया । किसी भी पार्टी ने इतनी ताकत दो दिन पहले देश के लिए शहीद हुए जवानों के लिए नही दिखाई । यहा एक कन्‍हैया नामक छात्र के लिए लाम बन्‍द हो गयें और तोडफोड कर रहे है । आपके अनुसार यदि कन्‍हैया नामक छात्र बेसूर है तो न्‍यालय है ना वहा जाकर सारें नेता अभिनेता और उसके सहपाठी जो उसें बेसूर मानते है गवाह की सूची में नाम दर्ज करवा कर उसके पक्ष में गवाही दें यदि वह बेसूर है तो कोर्ट बरी करेगा । लेकिन कुछ लोग जो परदे की पीछे से इसे संचालन कर रहे है वे  यह नही चाहते कि जॉच हो और उन पर भी आंच आयें । प्रशान्‍त भूषण कपिल सिब्‍बल और राम जेठमलानी जैसे वकीलों ने ऐसे अपराधियों के होसलें और बढा रखें जिनका मकसद सिर्फ न्‍याय की हत्‍या करके पैसा कमाना है । आज देश की अदालतों में लगभग 3 करोड केश पेन्डिंग है जिन्‍हे दो वकील और एक जज मिलकर सालों तक हल नही होने देते । जिसके चलते आज हमारें देश की हालत इतनी दयनीय है कि कोई भी शरीफ आदमी न्‍याय के लिए कोर्ट जाना की नही चाहतें । आज वकील जितना राजनीति में दखल दे रहे है यदि वें (वकील)अपनें पेशे के प्रति वफादार होते तों हमारा देश भी न्‍याय प्रिय देश बन सकता था । किसी भी मुकदमें की समय सीमा 2 साल सें ज्‍यादा न होती यदि ये वकील चाहते तों । किसी भी मुकदमें चार बार से ज्‍यादा बहानेबाजी की तारीख न दी जाती यदि ये वकील चाहते तो । और वही झूठ का सहारा लेकर देश की राजनीति को भी कलंकित कर रहे है हमारें देश के वकील । हमारें देश में सिर्फ और सिर्फ न्‍याय प्रक्रिया पर काम करने की जरूरत है जिससें कि न्‍याय जल्‍दी मिलें । यहा तो फास्‍ट ट्रेक कोर्ट के मुकदमों में भी चार से आठ  साल लग रहे है तो देशद्रोही के मामलें क्‍यों नही बढेगें, अपराध क्‍यों नही बढेगें । सारें नेता एक दूसरें की टांग खीचनें मे लगें है यदि जितनी ताकत और दिमाग ये एक दूसरें की टांग खीचने में लगा रहे है उससे आधी ताकत भी देश के विकास के लिए लगा दे तों अमरिका को एक साल के अंदर पछाड सकतें है । लेकिन जो लोग ये हरकतें कर रहें है वे तों अंग्रेजों के दलाल रहे है तो दलाल तों हर काम में अपनी दलाली ढूढता है । तों ऐसे लोंगों से देश प्रेम की आशा कैसे की जा सकती है । दूसरें राजनीति भी ऐसे ही लोगों के परिवार की बपौती बन कर रह गई है वे लोग नही चा‍हते कि इसमें नयें लोग भी आयें । जोगो जनता जागों और सच को पहचानों और देशद्रोहियों को मत बक्‍शों ................................

Wednesday 10 February 2016

सबसे बडी समस्‍या परिवहन व्‍यवस्‍था

श्रीमान केजरीजी हम जनता ने तो सबसे त्रस्‍त होकर आप पर भरोसा जताया था और आपको  रिकार्ड  बहुमत दिया लेकिन आपने दिल्‍ली के लोगों की जिंदगी को ही नर्क बना दिया है और आप अपनी पीठ विज्ञापनों के माध्‍यम से खुद ही थपथपा रहे हो और जनता के खून पसीने की कमाई पर ही ऐश कर रहे हो । दिल्‍ली की परिवहन व्‍यवस्‍था जो आपके पूर्ण्‍ तया अधीन काम है जिसमें किसी की भी दखलंदाजी नही ही है और जनता उससे बहुत ही दुखी है वो काम आप एक साल में दिल्‍ली वालों के लिए करने में पूर्ण तया  नाकामयाब रहे है आप जितनी बेशर्म पार्टी आज तक देश में आई ही नही जो सिर्फ झूठ का ही सहारा लेकर काम न करने के बहाने लगाती है और उसका सारा दोष दूसरों पर मंढती है । परिवहन व्‍यवस्‍था वह व्‍यवस्‍था है जिसे सुचारू और सुविधा जनक करने से दिल्‍ली का 70 % विकास अपने आप शुरू हो जाएगा दूसरे जाम और प्रदूषण दोनो से दिल्‍ली को  मुक्ति मिलेगी । जाम के कारण लोगों में जो तनाव बढ रहा है वह नही रहेगा और तनाव नही होगा तो सारें दिनभर के काम अच्‍छे होंगें । लेकिन आप ही नही कोई भी  पार्टी जनता की इस मुख्‍य समस्‍या पर ध्‍यान नही दे रही है । आजकल का महौल देखकर महसूस होने लगा है कि नेता, नौकरशाही, बिजनेस मैन और मीडिया एक साथ मिलकर देश को नर्क में धकेलने का काम कर रहे है । इसके पुख्‍ता सबूत चारों और देखने को मिल रहे है । किसी मामले को बिना मतलब के इतना तूल दे दिया जाता है और जो मामला देश हित में होगा उसे दबा दिया जाता है । जैसे अभी कुछ मामलें हुए है जिसमें इंसान के धर्म और जात पर राजनीति की गई है। ऐसे दूसरें मामले जो इन मामलों से भी संगीन थें उंहे सामने आने ही नही दिया गया । आज भारत में देश के प्रधानमंत्री जी को सरें आम गालिया दी जाती है उसके पुतले फूके जाते है । प्रधानमंत्रीजी को एक दो कोडी का नेता आतंकवादी कहकर सम्‍बोधित करता है । लेकिन यदि मध्‍यम वर्ग का आदमी इस देश में कुछ कर दें तो आफत आ जाती है । यह देश सिर्फ उच्‍च वर्ग और निम्‍न वर्ग के लिए ही है । जबकि देश के विकास और इसकी सुरक्षा मे सबसे बडा योगदान मध्‍यम वर्ग का ही है लेकिन सबसे ज्‍यादा शोषण भी मध्‍यम वर्ग का ही हो रहा रहा है । उच्‍च वर्ग ने भ्रष्‍टाचार के माध्‍यम से इतना कमा लिया कि उंहे किसी चीज की समस्‍या नही आती है उनका कोई काम नही रूकता है । निम्‍न वर्ग को नेता ने इतनी योजनाऐ दे रखी है कि उंहे कुछ करने की जरूरत नही है । आज देश में रोज बलात्‍कार और गेंग रेप हो रहे है क्‍या कभी आया कि उच्‍च वर्ग के किसी नेता या बडें बिजनेस मेन की लडकी के साथ उक्‍त घटना घटी है या जितने दंगें रोज हो रहे उनमें किसी नेता का रिस्‍तेदार मरा या घायल हुआ है । इसलिए उन लोगो को इन दुखद घटनाओं का कितना दुख होता है नही पता । यदि ऐसा हो जाता तो इन पर अब तक कानून भी बन गयें होते और ये घटनाए भी बंद हो गयी होती । ये नेता ही अरोपी को सह देतें रहें है । किसी भी नेता में सच कहने की हिम्मत नही है ।आज नेताओं के वेतन बढानें या अन्‍य कोई लाभ का बिल पेश होना हो तो सारे नेता एक हो जाते है लेकिन वही किसानो या आम जनता के लाभ का बिल कभी पास नही होता क्‍योकि ये इन सब नेता ओ की ही सॉठ गॉठ होती है ।  नेताओं की चिकनी चुपडी बातो में निम्‍न और मध्‍यम वर्ग के लोग इंहे ताकत देतें है और वही फिर इनका शोषण करतें है । उच्‍च वर्ग के आधा % लोग भी मतदान नही करतें । देश में यदि मतदान अनिवार्य कर दिया जाय तों ज्‍यादा बेहतर होगा और अच्‍छे नेताओ को  चुनने में सहायता मिलेगी । करके तो देखिए । जागो जनता जागो ...............................................................;