श्रीमान केजरीजी हम जनता ने तो सबसे त्रस्त होकर आप पर भरोसा
जताया था और आपको रिकार्ड बहुमत दिया लेकिन आपने दिल्ली के लोगों की
जिंदगी को ही नर्क बना दिया है और आप अपनी पीठ विज्ञापनों के माध्यम से खुद ही
थपथपा रहे हो और जनता के खून पसीने की कमाई पर ही ऐश कर रहे हो । दिल्ली की
परिवहन व्यवस्था जो आपके पूर्ण् तया अधीन काम है जिसमें किसी की भी दखलंदाजी
नही ही है और जनता उससे बहुत ही दुखी है वो काम आप एक साल में दिल्ली वालों के
लिए करने में पूर्ण तया नाकामयाब रहे है आप जितनी बेशर्म पार्टी आज तक देश
में आई ही नही जो सिर्फ झूठ का ही सहारा लेकर काम न करने के बहाने लगाती है और उसका
सारा दोष दूसरों पर मंढती है । परिवहन व्यवस्था वह व्यवस्था है जिसे सुचारू और
सुविधा जनक करने से दिल्ली का 70 % विकास अपने आप शुरू हो जाएगा दूसरे जाम और प्रदूषण
दोनो से दिल्ली को मुक्ति मिलेगी । जाम के
कारण लोगों में जो तनाव बढ रहा है वह नही रहेगा और तनाव नही होगा तो सारें दिनभर के
काम अच्छे होंगें । लेकिन आप ही नही कोई भी
पार्टी जनता की इस मुख्य समस्या पर ध्यान नही दे रही है । आजकल का महौल देखकर
महसूस होने लगा है कि नेता, नौकरशाही, बिजनेस मैन और मीडिया एक साथ मिलकर देश को नर्क में धकेलने का काम कर रहे है
। इसके पुख्ता सबूत चारों और देखने को मिल रहे है । किसी मामले को बिना मतलब के इतना
तूल दे दिया जाता है और जो मामला देश हित में होगा उसे दबा दिया जाता है । जैसे अभी
कुछ मामलें हुए है जिसमें इंसान के धर्म और जात पर राजनीति की गई है। ऐसे दूसरें मामले
जो इन मामलों से भी संगीन थें उंहे सामने आने ही नही दिया गया । आज भारत में देश के
प्रधानमंत्री जी को सरें आम गालिया दी जाती है उसके पुतले फूके जाते है । प्रधानमंत्रीजी को एक दो कोडी का नेता आतंकवादी कहकर सम्बोधित करता है । लेकिन यदि मध्यम वर्ग का आदमी
इस देश में कुछ कर दें तो आफत आ जाती है । यह देश सिर्फ उच्च वर्ग और निम्न वर्ग
के लिए ही है । जबकि देश के विकास और इसकी सुरक्षा मे सबसे बडा योगदान मध्यम वर्ग
का ही है लेकिन सबसे ज्यादा शोषण भी मध्यम वर्ग का ही हो रहा रहा है । उच्च वर्ग
ने भ्रष्टाचार के माध्यम से इतना कमा लिया कि उंहे किसी चीज की समस्या नही आती है
उनका कोई काम नही रूकता है । निम्न वर्ग को नेता ने इतनी योजनाऐ दे रखी है कि उंहे
कुछ करने की जरूरत नही है । आज देश में रोज बलात्कार और गेंग रेप हो रहे है क्या
कभी आया कि उच्च वर्ग के किसी नेता या बडें बिजनेस मेन की लडकी के साथ उक्त घटना
घटी है या जितने दंगें रोज हो रहे उनमें किसी नेता का रिस्तेदार मरा या घायल हुआ है
। इसलिए उन लोगो को इन दुखद घटनाओं का कितना दुख होता है नही पता । यदि ऐसा हो जाता
तो इन पर अब तक कानून भी बन गयें होते और ये घटनाए भी बंद हो गयी होती । ये नेता ही
अरोपी को सह देतें रहें है । किसी भी नेता में सच कहने की हिम्मत नही है ।आज नेताओं के वेतन बढानें या अन्य कोई लाभ का बिल पेश होना हो तो सारे नेता एक हो जाते है लेकिन वही किसानो या आम जनता के लाभ का बिल कभी पास नही होता क्योकि ये इन सब नेता ओ की ही सॉठ गॉठ होती है । नेताओं की
चिकनी चुपडी बातो में निम्न और मध्यम वर्ग के लोग इंहे ताकत देतें है और वही फिर
इनका शोषण करतें है । उच्च वर्ग के आधा % लोग भी मतदान नही करतें । देश में यदि मतदान
अनिवार्य कर दिया जाय तों ज्यादा बेहतर होगा और अच्छे नेताओ को चुनने में सहायता मिलेगी । करके तो देखिए । जागो
जनता जागो ...............................................................;
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