Tuesday 3 November 2015

मैं सभी पार्टियों के भक्तों व चापलूसों से एक बात पूछना चाहता हॅू कि क्या दिल्ली की किसी समस्या या देश की किसी समस्या के बारे में ये जनता कुछ लिख सकती है या नही ? क्या सिर्फ चापलूसों को ही लिखने या कहने का हक है ? वे चापलूस जो जनता की समस्या के बारें में लिखने वालें या कहने वालों को अन्‍य पार्टी का भक्त बताकर उस समस्या की अहमियत ही खत्‍म कर देते है ऐसे चापलूस  इस देश के और इस देश की जनता के सबसे बडे दुश्मन है लेकिन उन्होने तो सिर्फ चापलूसी करके अपना उल्लूा सीधा करने की होड लगा रखी है । जनता में से यदि कोई किसी समस्या को लिखता है तो अन्य पार्टी का भक्त बताकर उस समस्या पर ध्यान नही देने देते और उसमें दूसरी पार्टी की कमिया गिनाने लगते है ये चापलूस यदि उस समस्या को क्यो दूर नही किया जा रहा है या उसे किस प्रकार दूर किया जा सकता है ये आम जनता को बतायें तो क्या उनकी रोटी हजम नही होगी ? मैने दिल्ली की मुख्य समस्या परिवहन व्यवस्था के बारें में जितनी बार भी लिखा मुझे मोदी भक्त बताकर मोदी सरकर की कमी गिनाने लगें । यदि यही कमी गिनानी है तो फिर काम करने की बात क्यों की जाती है ? इस देश को किसी से भी खतरा नही है खतरा है तो सिर्फ इन चापलूस गददारों से जो काम करने के बहाने बनाकर अन्य सरकार की कमी निकालने लगतें है । लेकिन जो काम दिल्ली सरकार कर सकती है उसे करने में ये चापलूस किस्म के लोग टांग अडाते है । परिवहन व्यवस्था के सुधारने में कोई सरकार या नेता या राज्यपाल दखल नही दे सकते है तो उसमें उनकी कमिया गिनाने लगते हैं और बहाने बनाते है । आज दिल्ली की सबसे बडी समस्या परिवहन व्यवस्था है जो दिल्ली सरकार खासकर केजरीजी की ही देन है। इसे दिल्ली सरकार चाहे तो एक दिन में दूर कर सकती है लेकिन उसके चापलूस लोग करने नही देना चा‍हते क्योकि उनका बिजनेस बन्द हो जाएग। आज केजरी समर्थको आटोवालों और फुटपाथ पर कब्जा करने वालों की वजह से दिल्ली में हर समय जाम लगा रहता है।क्या केजरी जी को सिर्फ आटो वालों, झुग्गी वालों और फुटपाथ पर कब्जा करने वालों ने ही वोट दियें हैं? दिल्ली को केजरीजी दिन प्रतिदिन स्लम/नरक की ओर धकेल रहे है। आज दिल्ली विश्व की सबसे अस्वच्छ (गन्दगी और बदबू वाली) राजधानी है । केजरीजी ने 45 करोड रूपयें के प्रत्ये्क अखबार में विज्ञापन देकर ये तो बताने की जनता को कोशिश की कि मैने एम सी डी को पैसा दे दिया लेकिन सफाई करवाने के लिए कोई कदम नही उठाया। केजरीजी सिर्फ दूसरें राज्यों के हादसों में उॅगली करना तो जानते है लेकिन दिल्ली की मुख्य समस्या की तरफ उनका कोई ध्या‍न नही है क्योकि जब से सरकार बनी है आज तक इस विषय पर केजरीजी ने या उसकी सरकार के किसी विधायक ने कोई काम ही नही किया । उनका ध्यान तो केवल चाय नाश्ते /लंच/डिनर की मीटिगों/उदघाटनों पर ही रहता है । जिसका उदाहरण वे खुद इन मीटिगों/उदघाटनों के अपने वीडियों अप लोड करके दे रहे है । क्‍या ये इसलिए किया जा रहा है ि‍फर तो सरकार आनी ही नही है ?

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