अब से पहले भी दूसरी सरकारों के शासनकाल में इससे बडे बडे दंगे हुए है उस समय किसी ने भी ऐसी बाते नही की, क्या सिर्फ इस 1 साल में ही सारा कुछ इसी सरकार ने कर दिया है सारी पाटियों का एक जूट होना ये दर्शाता कि उन लोग की अब खैर नही जो देश के साथ गददारी करते आ रहे है , और कांग्रेसी नेताओं का बार बार ये कहना देखते है कैसे ये सरकार काम करेगी, कैसे देश का विकास करेगी क्योंकि उन्हे घमण्ड है कि कांग्रेस ने इतने सालों तक जो जहर देशवासियों के दिलों में घोला है उसे कैसे दूर किया जायेगा । उस जहर को और सबकों एक करने की कोशिश से सारी पार्टिया घबरा रही है और उलटे पुलटे ब्यान देकर सरकार को उकसा रही है इनके कई उदाहरण पिछले दिनों में विपक्षी नेताओं के ब्यानों से पता चलता है जिन नेताओ को गरीबों ने नाम पर फ्री का खाने की आदत पड गयी थी वों कैसे इतनी अासानी से अपनी आदत छोड देगें । उन्हे तो कुछ ना कुछ खुरापात करनी ही है । लेकिन जनता अब सब समझ गयी है क्यों ये सब किया जा रहा है । ये इसलिए किया जा रहा है कि आप लोग सच्चाई को पचा नही पा रहे है और उसे दूसरा रूप देकर जनता को गुमराह करने में लगें हो । देश के अन्य राज्यों में भी सीएम है लेकिन किसी ने भी दूसरों राज्यों के हादसों में उॅगली नही की लेकिन दिल्ली के सीएम और आप पार्टी के लोग लगातार जनता को भडकाने में लगें है कोई कसर नही छोड रहे है नये नये तरीके अपना रहे है । क्या दिल्ली के सी एम और आप पार्टी के पास लोगों को भडकाने के सिवाय काम नही बचा है ? जितना जोर दिल्ली के सी एम जनता को भडकाने में लगा रहे है उतना जोर दिल्ली के विकास में लगायें तो दिल्ली स्वर्ग बन सकती है । लेकिन केजरी जी तो देश के प्रधानमंत्री का सपना देख रहे है । 49 दिन मे इस्तीफा देना भी पी एम बनने का कारण था नाकि लोकपाल बिल । उस समय सब पार्टियों ने आपको आश्वासन दिया हुआ था कि हम आपकों को ही समर्थन देगें वरना आप इस्तीफा देने वाले नही थें । जनता सब समझ गयी है । आप दिल्ली के सी एम सिर्फ कांग्रेस की गददारी की वजह से हो अगर उसके नेताओ ने चुनावों से ठीक पहले जनता को आपका सपोर्ट करने के लिए न कहा होता तो तस्वीर दूसरी होती । इसीलिए तो शीला के खिलाफ वाला बैग गुम हो गया, ये बैग का खोना ही तो कांगेस के अहसानों का बदला है । चुनावों से पहले वाले सारे दावे हवा हो गयें । यदि ऐसा मौका मिलने के बाद भी आपने दिल्ली का विकास नही किया तो आप सी एम भी नही बन पाओगें । हा यदि दिल्ली में काम किया तो हो सकता है कुछ चमत्कार हो जाय। लेकिन ऐसे झुग्गी डलवाने से, फुटपातों पर कब्जा करवाने से कुछ नही होने वाला, क्योंकि आपको सबसे ज्यादा वोट त्रस्त लोगों ने दियें है झुग्गीं वालों ने नही । झुग्गी गरीब आदमी नही बल्कि आपके कार्यकर्ता और दबंग लोग झुग्गीया डलवाकर पैसा वसूल रहे है । नही तो क्या गरीब आदमी की इतनी हिम्मुत कि सविर्स रोड पर झुग्गी के नाम पर दो दो मंजिलें मकान बनालें और पाश इलाकों कों झुग्गी के नाम पर पक्के मकान बनायें और सरकार की अरबों रूपयें की जमीन पर कब्जा् करें , उन गरीबों के पास ऐसे ऐसे पक्के मकान बनाने के लिए पैसा कहा से आया ? ये सब झुग्गी के नाम पर आप लोगों की आैर पैसे वालों की ही चाले है ।
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